नये वर्ष की प्रथम प्रार्थना
एक दर्द देकर 2012 वर्ष व्यतीत हो गया है .इसी प्रकार समय के न जाने कितने चरण व्यतीत हो चुके हैं .जीवन ही व्यतीत हो रहा है ,सांसें चुक रही हैं और बहुमूल्य मानव देह में आबद्ध आत्मा, व्यतीत हो रहे समय के साथ स्वयं न व्यतीत हो जाए ,इसलिए आइये !इस उदित हो रहे नए वर्ष की प्रथम अरुणिम सुबह में अपने प्रभु के द्वार पर करबद्ध खड़े हो जाएँ ,अपने मन ,बुद्धि ,चित ,हृदय और आत्मा का समर्पण करें ताकि उस परमतत्व की कृपा को हम अधिगत कर सकें .
हमारे परमपूज्य आराध्य प्रभु !हमारी अर्चना के मूल प्रेरणा बिंदु ! हमारी साधनाओं के चरम लक्ष्य ! हमारी अभीप्साओं की प्रथम उत्कंठा ! हमारे अस्तित्व के परमोत्कृष्ट परामर्श दाता ! हमारी चेतनाओं के ज्योतित तत्व ! हमारे आगत के स्वामी ! हमारे विगत के द्रष्टा ! हमारे अन्तर्मन के तथागत ! हमारी तपस्चर्या के प्रखर मार्तण्ड ! हे उद्दीप्त ज्ञान के आलोक यज्ञ -पुरुष ! हमारे स्वप्नों के साक्षी ! हमारे अन्तर्जगत के जगदीश्वर ! हमारे जीवन के उज्ज्वल आलोक स्तम्भ ! हमारे परमाराध्य ! हमारे ज्ञान के ज्योतित दीपशिखा ! हे हमारे परम प्रभु -गुरु ! हे सौम्यता के सविता ! हे करुणा मय ! हे हमारे महदानन्द के प्रकाशित स्रोत! हे हमारे इस लोक के प्रज्ञा पुरुष ! हम आपके चरणों में अपना विगत 2012 वर्ष समर्पित करते हैं .
हे आलोक पुरुष !विनीत प्रार्थना करते हैं कि आगत वर्ष का प्रत्येक आगत पल हमें आपके सानिध्य में पवित्रता प्रदान करे . शुभता प्रदान करे .आलोक प्रदान करे . हे गुरुओं के गुरु ! आपकी करुणा ने ही हमें सार्थकता प्रदान करनी है . आपने ही हमारे लिए सत्य -मार्ग का मिहिर द्वार खोलना है . आपकी ही ऊर्जा के सध्यस्फूर्त प्रकाश ने हमें उर्ध्वगमन की सामर्थ्य प्रदान करनी है . हे प्रांजल पुरुष ! हमें हमारे समस्त अज्ञान के साथ स्वीकार करने की कृपा करें .यही हमारा संबल है ..हे शरणागत वत्सल ! हे सर्वान्तर्यामी ! हम निराश्रय , निर्बुद्धि , निर्बल , निसत्व को आश्रय प्रदान करें .ज्ञान शक्ति ,सत्व ,धी ,मति ,मनीषा का आशीर्वाद दें .
हमारा आत्म -निक्षेप आपके श्री चरणों का अभिलाषी है . हे प्रभु ! हमें स्वीकार करें .इस उदित हो रहे नए वर्ष में हमें नया आकर दें .नयी वाणी दें ,नया विचार दें ,नया आलोक और नयी दिव्यता दें .अपने हाथों के स्वर्गिक स्पर्श से हमें सुधार दें .इस नए वर्ष की रात्रि सन्ध्या में नए उत्कर्ष के लिए आपके समक्ष विनयावत हैं ..............अरविन्द
एक दर्द देकर 2012 वर्ष व्यतीत हो गया है .इसी प्रकार समय के न जाने कितने चरण व्यतीत हो चुके हैं .जीवन ही व्यतीत हो रहा है ,सांसें चुक रही हैं और बहुमूल्य मानव देह में आबद्ध आत्मा, व्यतीत हो रहे समय के साथ स्वयं न व्यतीत हो जाए ,इसलिए आइये !इस उदित हो रहे नए वर्ष की प्रथम अरुणिम सुबह में अपने प्रभु के द्वार पर करबद्ध खड़े हो जाएँ ,अपने मन ,बुद्धि ,चित ,हृदय और आत्मा का समर्पण करें ताकि उस परमतत्व की कृपा को हम अधिगत कर सकें .
हमारे परमपूज्य आराध्य प्रभु !हमारी अर्चना के मूल प्रेरणा बिंदु ! हमारी साधनाओं के चरम लक्ष्य ! हमारी अभीप्साओं की प्रथम उत्कंठा ! हमारे अस्तित्व के परमोत्कृष्ट परामर्श दाता ! हमारी चेतनाओं के ज्योतित तत्व ! हमारे आगत के स्वामी ! हमारे विगत के द्रष्टा ! हमारे अन्तर्मन के तथागत ! हमारी तपस्चर्या के प्रखर मार्तण्ड ! हे उद्दीप्त ज्ञान के आलोक यज्ञ -पुरुष ! हमारे स्वप्नों के साक्षी ! हमारे अन्तर्जगत के जगदीश्वर ! हमारे जीवन के उज्ज्वल आलोक स्तम्भ ! हमारे परमाराध्य ! हमारे ज्ञान के ज्योतित दीपशिखा ! हे हमारे परम प्रभु -गुरु ! हे सौम्यता के सविता ! हे करुणा मय ! हे हमारे महदानन्द के प्रकाशित स्रोत! हे हमारे इस लोक के प्रज्ञा पुरुष ! हम आपके चरणों में अपना विगत 2012 वर्ष समर्पित करते हैं .
हे आलोक पुरुष !विनीत प्रार्थना करते हैं कि आगत वर्ष का प्रत्येक आगत पल हमें आपके सानिध्य में पवित्रता प्रदान करे . शुभता प्रदान करे .आलोक प्रदान करे . हे गुरुओं के गुरु ! आपकी करुणा ने ही हमें सार्थकता प्रदान करनी है . आपने ही हमारे लिए सत्य -मार्ग का मिहिर द्वार खोलना है . आपकी ही ऊर्जा के सध्यस्फूर्त प्रकाश ने हमें उर्ध्वगमन की सामर्थ्य प्रदान करनी है . हे प्रांजल पुरुष ! हमें हमारे समस्त अज्ञान के साथ स्वीकार करने की कृपा करें .यही हमारा संबल है ..हे शरणागत वत्सल ! हे सर्वान्तर्यामी ! हम निराश्रय , निर्बुद्धि , निर्बल , निसत्व को आश्रय प्रदान करें .ज्ञान शक्ति ,सत्व ,धी ,मति ,मनीषा का आशीर्वाद दें .
हमारा आत्म -निक्षेप आपके श्री चरणों का अभिलाषी है . हे प्रभु ! हमें स्वीकार करें .इस उदित हो रहे नए वर्ष में हमें नया आकर दें .नयी वाणी दें ,नया विचार दें ,नया आलोक और नयी दिव्यता दें .अपने हाथों के स्वर्गिक स्पर्श से हमें सुधार दें .इस नए वर्ष की रात्रि सन्ध्या में नए उत्कर्ष के लिए आपके समक्ष विनयावत हैं ..............अरविन्द