मंगलवार, 27 मई 2014

पुकारो तो सही

पुकारो तो सही
सागर फलांग के आएंगे
तुम कुछ कहो न कहो ,
आनंद के देवदूत --
स्वर्गिक सुख दे जाएंगे।
प्रेम प्यार की रटन छोड़
कुछ कदम बढ़ाओ
मंजिल के सहयात्री हम
हँसते मुस्काते तुम्हें
सहलायेंगे।
यात्रा की थकन मिटायेंगे। .......... अरविन्द

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